अगर नमाज़ में इमाम के पैर की 3 उंगलियाँ ज़मीन पर नहीं लगती तो क्या हुक्म है?
अगर नमाज़ में इमाम के पैर की 3 उंगलियाँ ज़मीन पर नहीं लगती तो क्या हुक्म है?
नमाज़ की हर रकात के हर सजदे में मर्द को पैर की 1 उंगली का मोड़कर उंगली का पेट यानि कि नीचे का हिस्सा ज़मीन पर रखना फर्ज़ है और दोनों पैर की 3-3 उंगलियाँ का लगाना वाजिब और पूरी 10 को मोड़कर रखना सुन्नत,इसमें इमाम और मुक़तदी या जमाअत और तन्हा का कोई इख्तिलाफ नहीं ये हुक्म सबके लिए एक बराबर है तो अगर इमाम की 3 उंगलियाँ ज़मीन से नहीं लगती तो उसकी नमाज़ मकरूह़े तह़रीमी वाजिबुल इयादा है अब अगर यही गल्ती जमाअत से नमाज़ पढ़ाने में करता है तो सबकी नमाज़ वाजिबुल इयादा,ऐसे को इमाम बनाना ह़राम और पीछे नमाज़ पढ़ना हरगिज़ जायज़ नहीं।
📚फतावा रज़विया शरीफ जिल्द 1 सफह 556
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