शुगर की बीमारी (Diebetes) का रूहानी इलाज (The Power Of Quran Sharif)
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SUGAR (Diebetes) KA RUHANI ILAAJ:
ye marz waqt be waqt khaane aur haazma kharab kar dene waala khaana khaane wa bilkul mehnat na karne wa zyada sone aur jalak karne yaani haathon se mani khaarij karne se bhi ho jaata hai,agar sugar ko jaldi control na kiya jaaye to kayi aur marz me mubtela ho sakte hain maslan aankhon ki raushni ka kamzor ho jaana blood presure ka badh jaana skin ki problem ho jaana,iski alamat ye hai baar baar peshab aana peshab me mithas ya uski bu me mithas mahsoos hona gurde ke maqaam par jalan ya soojan maloom hona khaana jaldi jazam na hona bahut zyada kamzori mahsoos hona tezi se wazan ka girna aur tez sardard wagairah,waise to sugar do tarah ki hoti hai magar ye ilaaj in sha ALLAH dono me kaargar hai
2. Sonth aur jaamun ki guthli barabar lekar aur un dono ke barabar gudmaar ki patti lekar sabko baareek peeskar powder bana lein aur rozana baasi munh 5 gram doodh ke saath istemal karen
3. Methi ke beej 20 gram rozana peeskar khaane se 10 dino me hi sugar level kam hone lag jayegi in sha ALLAH
PARHEZ :
Is marz me dawa se zyada parhez karne se faaydah hota hai kam se kam 2 kilometer rozana chale bagair to is marz se chhutkara bahut mushkil hai,iske alawa bahut zyada thandi aur garm cheezein,dhoop me chalne phirna,anda,teil,baingan,machhli,shakarkand,ganna,khajoor,angoor,aalu,kela gobhi,chaanwal,aadu ye sab poori tarah se bund kar deinGIZA:
Kaala chana chhilke samet piswa lein aur uski roti khayein bahut faaydemand hai,iske alawa jaamun lauki paalak bathua turayi karaila moong wa arhar ki daal seib naaspati doodh dahi makkhan gehun ki halki roti aur har kism ke saag istemal karen📕 Ruhani ilaaj,safah 185
📕 Taajul hikmat,safah 275-279-658
📕 Haaziq,safah 387-390
ये एक खतरनाक बीमारी है जो पहले तो 50 साल के ऊपर के लोगों को हुआ करती थी मगर अब जवान तो जवान बल्कि बच्चे भी इसकी चपेट में हैं,डाक्टरों का कहना है कि अगर एक बार ये मर्ज़ हो जाये तो ज़िन्दगी भर साथ नहीं छोड़ता,हो सकता है मगर सही इलाज और सही खान पान से इसको बहुत हद तक कंट्रोल में रखा जा सकता है,ये मर्ज़ वक़्त बे वक़्त खाने और जिससे हाजमा खराब हो जाता हो ऐसा खाना खाने से बिल्कुल मेहनत ना करने से ज़्यादा सोने से व जलक करने यानि हाथों से मनी खारिज करने से हो जाता है,अगर शुगर को जल्दी कंट्रोल ना किया जाये तो कई और मर्ज़ में मुब्तेला हो सकते हैं जैसे कि आंखों की रौशनी का कमज़ोर हो जाना ब्लड प्रेशर का बढ़ जाना स्किन की प्रॉब्लम होना,इसकी अलामत ये है बार बार पेशाब आना पेशाब की बू में मिठास का होना गुर्दे के मक़ाम पर सूजन या जलन मालूम होना खाना हज़म ना होना बहुत ज़्यादा कमज़ोरी महसूस होना तेज़ी से वज़न का गिरना और तेज़ सरदर्द वग़ैरह,वैसे तो शुगर 2 तरह की होती है मगर ये इलाज इन शा अल्लाह दोनों में कारगर होगी
2. सोंठ और जामुन की गुठली बराबर लेकर और गुड़मार की पत्ती उन दोनों के बराबर लेकर सबको पीसकर पाउडर बना लें,रोज़ाना 5 ग्राम दूध के साथ इस्तेमाल करें
3. मेथी के बीज रोज़ाना 20 ग्राम पीसकर खाने से 10 दिन में ही शुगर लेवल कम हो जायेगा
परहेज़ -
इस मर्ज़ में दवा से ज़्यादा परहेज़ करने से फायदा होता है कम से कम 2 किलोमीटर रोज़ाना चलें कि बग़ैर इसके इस मर्ज़ से छुटकारा बहुत मुश्किल है,बहुत ज़्यादा ठंडी और गर्म चीज़ें,धूप में चलने फिरने से,अंडा,तेल,बैगन,मछली,शकरकंद,गन्ना,खजूर,अंगूर,आलू,केला,गोभी,आड़ू,चांवल बिल्कुल बंद कर दें|ग़िज़ा -
काला चना छिलके समेत पिसवा लें उसकी रोटी खायें बहुत फायदेमंद है,जामुन,लौकी,पालक,बथुवा,तुरई,करैला,मूंग व अरहर की दाल,सेब,नासपाती,दूध,दही,मक्खन,हर किस्म के साग व गेहूं की हलकी रोटी इस्तेमाल करें|📕 रूहानी इलाज,सफह 185
📕 ताजुल हिकमत,सफह 275-279-658
📕 हाज़िक़,सफह 387-390
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